सल्तनतकालीन कला एवं संस्कृति (Sultanate Period Art & Culture in Hindi)

(Delhi Sultanate – Architecture, Painting, Music & Literature | Exam-Oriented & Google Discover Friendly)
दिल्ली सल्तनत (1206–1526 ई.) का काल भारतीय इतिहास में कला, स्थापत्य, संगीत, चित्रकला और साहित्य के बहुआयामी विकास के लिए जाना जाता है। इस काल में फारसी-इस्लामी परम्पराओं और भारतीय शैलियों के समन्वय से एक विशिष्ट इंडो-इस्लामिक संस्कृति विकसित हुई। यह लेख UPSC, RPSC, SSC, Police SI, REET जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।
🔶 कुतुबुद्दीन ऐबक (1206–1210 ई.) : कला एवं स्थापत्य
कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद तथा अढ़ाई दिन का झोंपड़ा (अजमेर) के निर्माण का श्रेय कुतुबुद्दीन ऐबक को है।
कुतुबमीनार का निर्माण शेख ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की स्मृति में इसी काल में प्रारम्भ हुआ, जिसे बाद में इल्तुतमिश ने पूर्ण कराया।ऐबक का मकबरा लाहौर में स्थित है।
🔶 शम्सुद्दीन इल्तुतमिश (1211–1236 ई.)
- नागौर में अतारकिन का दरवाजा बनवाया।
- दिल्ली व बदायूँ में मदरसा-ए-मुइजी की स्थापना।
- कुतुबमीनार का निर्माण पूर्ण कराया और 3 मंजिलें और जोड़ीं।
- कुतुबमीनार पर एक लेख में फजल-इन-अबुल-माली का नाम मिलता है।
- इल्तुतमिश को मकबरा निर्माण शैली का जन्मदाता माना जाता है।
- सुल्तानगढ़ी (दिल्ली) में अपने पुत्र नासिरुद्दीन महमूद का मकबरा—सल्तनतकाल का प्रथम मकबरा।
- मदरसा-ए-नासिरी (पुत्र की स्मृति में) तथा हौज-ए-शम्सी का निर्माण।
🏛️ सल्तनतकालीन प्रमुख इमारतें (तालिका)
| इमारत | निर्माता / शासक |
|---|---|
| कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद | कुतुबुद्दीन ऐबक (दिल्ली) |
| कुतुबमीनार | ऐबक व इल्तुतमिश (दिल्ली) |
| अढ़ाई दिन का झोंपड़ा | ऐबक (अजमेर) |
| लाल महल | बलबन (दिल्ली) |
| अलाई दरवाजा | अलाउद्दीन खिलजी |
| जमातखाना मस्जिद | अलाउद्दीन खिलजी |
| सिकन्दर लोदी का मकबरा | इब्राहिम लोदी |
| सुल्तानगढ़ी | इल्तुतमिश |
| हौज-ए-शम्सी | इल्तुतमिश |
| अतारकिन का दरवाजा | इल्तुतमिश |
| हौज-ए-खास | अलाउद्दीन खिलजी |
| तुगलकाबाद | गयासुद्दीन तुगलक |
| आदिलाबाद किला | मुहम्मद बिन तुगलक |
| जहांपनाह नगर | मुहम्मद बिन तुगलक |
| कोटला फिरोजशाह | फिरोजशाह तुगलक |
| खान-ए-जहाँ तेलंगानी का मकबरा (अष्टभुजीय) | जूनाशाह |
| काली मस्जिद | फिरोजशाह तुगलक |
🔶 फिरोजशाह तुगलक (1351–1388 ई.)
- फिरोजाबाद, जौनपुर, हिसार, फतेहाबाद आदि नगरों की स्थापना।
- मेरठ व टोपरा से अशोक स्तम्भ दिल्ली मंगवाए।
🔶 सिकन्दर लोदी (1489–1517 ई.)
- 1504 ई. में आगरा नगर की स्थापना; राजधानी दिल्ली से आगरा स्थानान्तरित।

🎨 सल्तनतकालीन चित्रकला
- अवशेष सीरी–बेगमपुर के मध्य स्थित मखदूमवली मस्जिद से।
- नियामतनामा (पाक-शास्त्र) व मिफताह-उल-फुजाला से लघुचित्र।
- नियामतनामा की खोज रॉबर्ट स्कैटनल ने की।
- चित्रकला का प्रथम उल्लेख बैहाकी की कृति में।
- 1947 ई. में हरमन गोइटज ने सल्तनतकालीन चित्रकला के अस्तित्व को रेखांकित किया।
🎵 सल्तनतकालीन संगीत कला
- तुर्क रबाब, सारंगी जैसे वाद्य लाए।
- अमीर खुसरो—सितार व तबला का श्रेय; मध्यकालीन संगीत के संस्थापक; कव्वाली का प्रचलन।
- प्राचीनतम ग्रंथ संगीत रत्नाकर—शारंगदेव (1210–47)।
- बरनी के अनुसार कैकुबाद के समय संगीत अत्यंत लोकप्रिय।
- जलालुद्दीन खिलजी के दरबार में शाहचुंगी, येहर अफरोज, नुसरत खातून।
- अलाउद्दीन खिलजी के दरबार में तूरमती खातून; गोपाल नायक आमंत्रित।
- गयासुद्दीन तुगलक—संगीत विरोधी; मुहम्मद बिन तुगलक—संगीत प्रेमी (1200 गायक)।
- फिरोज तुगलक—रागदर्पण का फारसी अनुवाद।
- हुसैन शाह तुर्की—उत्तर भारत का प्रथम संगीत सम्मेलन; ख्याल को कलावंती ख्याल रूप; नए राग (जौनपुरी तोड़ी, सिन्धु भैरवी आदि)।
- मानसिंह—मान कौतूहल; जेनुल-आबीदीन के दरबार में बुद्धिदत्त।
- रमामात्य—स्वर मेल कलानिधि (दक्षिण)।
- अमीर हसन देहलवी—भारत का सादी; चैतन्य महाप्रभु—कीर्तन।
📚 सल्तनतकालीन साहित्य (फारसी, संस्कृत, हिन्दी)
- राजकीय/प्रशासनिक भाषा फारसी।
- फिरोज तुगलक के समय मज्दुद्दीन फिरोजाबादी—कामूस (अरबी शब्दकोश)।
फारसी साहित्य (चयनित)
- अमीर खुसरो—खजाइन-उल-फुतुह, तुगलकनामा, तारीख-ए-अलाई, आशिका (देवलरानी)
- हसन निजामी—ताज-उल-मासिर (प्रथम राजकीय इतिहास)
- जियाउद्दीन बरनी—तारीख-ए-फिरोजशाही, फतवा-ए-जहाँदारी
- मिनहाज-उस-सिराज—तबकात-ए-नासिरी (प्रथम क्रमबद्ध इतिहास)
- मालिक इसामी—फुतुह-उस-सलातीन
- शम्स-ए-सिराज-अफीफ—तारीख-ए-फिरोजशाही
- जिया नक्शवी—तूतीनामा
- फिरोज तुगलक—फुतुहात-ए-फिरोजशाही (आत्मकथा)
- याहिया बिन अहमद सरहिन्दी—तारीख-ए-मुबारकशाही
- अहमद यादगार—तारीख-ए-सलातीन-ए-अफगान
जलालुद्दीन खिलजी ने दिल्ली में अमीर खुसरो की अध्यक्षता में फारसी विकास हेतु राजकीय पुस्तकालय स्थापित किया; लाहौर प्रमुख केन्द्र था।
🧾 साहित्यिक स्रोत
- अलबरुनी—तहकीक-ए-हिन्द / किताब-उल-हिन्द (11वीं सदी का “भारत का दर्पण”)।
- चचनामा—सिंध विजय का इतिहास।
- उतबी—किताब-उल-यामिनी (महमूद गजनवी के आक्रमण)।
- ताज-उल-मासिर—हसन निजामी।
- तबकात-ए-नासिरी—मिनहाज-उस-सिराज।
- अमीर खुसरो की प्रमुख कृतियाँ—किरान-उस-सादेन, मिफताह-उल-फुतुह, खजाइन-उल-फुतुह, आशिका, नूह सिपेहर, तुगलकनामा।
- इब्न बतूता—रेहला (1333–14 वर्ष भारत; अनुवाद: ली व गिब्स)।
- मलफूजात-ए-तिमूरी, जफरनामा—तैमूर लंग।
📖 संस्कृत साहित्य (चयन)
- जयदेव—गीत गोविन्द; नयनचन्द्र सूरी—हम्मीर महाकाव्य;
- विद्यारण्य—राजकला निर्णय; विज्ञानेश्वर—मिताक्षरा;
- कृष्णदेवराय—हम्मीर मद मर्दन; रूप गोस्वामी—नाटक परम्परा।
- ऐतिहासिक काव्य: राजतरंगिणी, राजवती पताका, सोलुव अभ्युदय आदि।
🖋️ हिन्दी साहित्य
- चन्दबरदाई—पृथ्वीराज रासो (हिन्दी का प्रथम महाकाव्य; पिंगल शैली)।
- मलिक मुहम्मद जायसी—पद्मावत (अवधी; नस्तालीक लिपि)।
- अन्य रासो: हम्मीर रासो, खुमाण रासो, बीसलदेव रासो, आल्हा खण्ड।
📌 परीक्षा-उपयोगी
- सल्तनतकाल में स्थापत्य = इंडो-इस्लामिक समन्वय।
- अमीर खुसरो—संगीत व साहित्य दोनों के स्तम्भ।
- फारसी इतिहासलेखन ने प्रशासनिक इतिहास को सुदृढ़ किया।
❓ FAQs
Q1. सल्तनतकाल का प्रथम मकबरा?
➡️ सुल्तानगढ़ी (इल्तुतमिश द्वारा निर्मित)।
Q2. कुतुबमीनार का निर्माण किसने पूरा कराया?
➡️ इल्तुतमिश।
Q3. मध्यकालीन संगीत का संस्थापक कौन?
➡️ अमीर खुसरो।
Q4. दिल्ली सल्तनत की राजकीय भाषा?
➡️ फारसी।
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