🏞️ राजस्थान के 41 जिले और 7 संभाग – सम्पूर्ण जानकारी 2025
जानिए राजस्थान के 41 नए जिलों और 7 संभागों की पूरी जानकारी, सीमाएं, अंतर्राष्ट्रीय व अंतर्राज्यीय जिले, और जिले बनने का क्रम। पढ़ें एक ही पोस्ट में सम्पूर्ण जानकारी।
2023 और 2024 में हुए प्रशासनिक पुनर्गठन के बाद राजस्थान में अब कुल 41 जिले और 7 संभाग हैं। राज्य सरकार ने नागरिकों की सुविधा और सुशासन हेतु नए जिलों और संभागों का गठन किया है। आइए इस लेख में जानते हैं राजस्थान के सभी जिलों, उनकी सीमाएं, नए जिलों का गठन, और अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में विस्तार से।
🗂️ राजस्थान के 7 संभाग
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जयपुर संभाग
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जोधपुर संभाग
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उदयपुर संभाग
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बीकानेर संभाग
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कोटा संभाग
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भरतपुर संभाग
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अजमेर संभाग
📍 राजस्थान के 41 जिले (2025 तक अपडेटेड लिस्ट)
क्रमांक | जिला नाम | नोट |
---|---|---|
1 | श्रीगंगानगर | अंतर्राष्ट्रीय सीमा |
2 | हनुमानगढ़ | |
3 | चुरु | |
4 | बीकानेर | अंतर्राष्ट्रीय सीमा |
5 | फलौदी | नया जिला (2023) |
6 | जैसलमेर | अंतर्राष्ट्रीय सीमा |
7 | बाड़मेर | अंतर्राष्ट्रीय + गुजरात सीमा |
8 | बालोतरा | नया जिला |
9 | जालौर | |
10 | सिरोही | |
11 | उदयपुर | |
12 | सलूम्बर | नया जिला |
13 | डूंगरपुर | |
14 | बांसवाड़ा | MP + गुजरात सीमा |
15 | प्रतापगढ़ | |
16 | चित्तौड़गढ़ | |
17 | भीलवाड़ा | |
18 | कोटा | |
19 | बारां | |
20 | झालावाड़ | सर्वाधिक MP सीमा |
21 | सवाई माधोपुर | |
22 | करौली | |
23 | धौलपुर | UP + MP सीमा |
24 | भरतपुर | |
25 | डीग | नया जिला |
26 | अलवर | |
27 | खैरथल-तिजारा | नया जिला |
28 | कोटपूतली-बहरोड़ | नया जिला |
29 | जयपुर | |
30 | दौसा | |
31 | टोंक | |
32 | बूंदी | |
33 | राजसमंद | |
34 | पाली | |
35 | ब्यावर | नया जिला |
36 | अजमेर | |
37 | नागौर | |
38 | डीडवाना-कुचामन | नया जिला |
39 | सीकर | |
40 | झुंझुनू | |
41 | चुरु |
🌐 राजस्थान की सीमाएं
🔹 अंतर्राष्ट्रीय सीमा:
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कुल लंबाई: 1070 KM
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देश: पाकिस्तान
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राजस्थान के जिले: श्रीगंगानगर, बीकानेर, फलौदी, जैसलमेर, बाड़मेर
🔹 अंतर्राज्यीय सीमा:
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कुल लंबाई: 4850 KM
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सीमावर्ती राज्य:
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पंजाब (89 KM)
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हरियाणा (1262 KM)
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उत्तरप्रदेश (877 KM)
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मध्यप्रदेश (1600 KM)
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गुजरात (1022 KM)
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📊 सीमावर्ती और आंतरिक जिले
प्रकार | कुल जिले | नाम |
---|---|---|
सीमावर्ती जिले | 28 | श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, फलौदी, बाड़मेर, डूंगरपुर आदि |
आंतरिक जिले | 13 | जयपुर, अजमेर, टोंक, बूंदी आदि |
🏛️ जिलों के गठन का इतिहास
जिला | वर्ष | मूल जिला | मुख्यमंत्री |
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अजमेर | 1956 | केन्द्रशासित | मोहनलाल सुखाड़िया |
धौलपुर | 1982 | भरतपुर | शिवचरण माथुर |
बारां | 1991 | कोटा | भैरोसिंह शेखावत |
दौसा | 1991 | जयपुर | भैरोसिंह |
हनुमानगढ़ | 1994 | श्रीगंगानगर | भैरोसिंह |
करौली | 1997 | सवाई माधोपुर | भैरोसिंह |
प्रतापगढ़ | 2008 | उदयपुर, बांसवाड़ा | वसुंधरा राजे |
19 नए जिले | 2023 | कई जिलों से | अशोक गहलोत |
🧭 राजस्थान के कुछ विशेष जिले
🔹 ब्यावर:
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7 तहसीलों से बना – अजमेर, पाली, भीलवाड़ा से गठित
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सीमावर्ती जिले: अजमेर, पाली, जोधपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा
🔹 डीग:
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उत्तरप्रदेश से लगी सीमा
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तहसीलें: डीग, नगर, कुम्हेर, कामां, सीकरी
🔹 फलौदी:
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अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर
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जोधपुर से अलग 8 तहसीलों से बना
🗺️ राजस्थान के नए जिले (2023–2024): पूरी जानकारी एक जगह
Meta Title: राजस्थान के नए जिले 2023–2024: पूरी जानकारी हिंदी में
Meta Description: जानें राजस्थान के 19 नए जिलों के नाम, गठन की तारीख, सीमाएं, तहसीलें और ऐतिहासिक तथ्य। पढ़ें यह विशेष रिपोर्ट हिंदी में।
राजस्थान में 17 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 19 नए जिलों और 3 नए संभागों की घोषणा की थी। यह निर्णय रामलुभाया समिति की सिफारिश पर लिया गया। इसका उद्देश्य था — प्रशासन को नागरिकों के और अधिक करीब लाना, विकास कार्यों को गति देना और जनसंख्या आधारित जिला संरचना तैयार करना।
📅 06 अगस्त 2023 को अधिसूचना जारी हुई और 07 अगस्त 2023 से यह निर्णय प्रभावी हुआ।
⚠️ 29 दिसंबर 2024 को राज्य सरकार ने इनमें से 9 जिलों को निरस्त कर दिया। वर्तमान में 10 नए जिले मान्य हैं।
✅ राजस्थान के वर्तमान 10 मान्य नए जिले (2023–2024 के बाद)
क्रम | जिला नाम | मूल जिला/जिले | मुख्य उपखंड/तहसीलें |
---|---|---|---|
1. | डीडवाना-कुचामन | नागौर | डीडवाना, कुचामन, नावां, मकराना, लाडनू, परबतसर |
2. | कोटपूतली-बहरोड़ | जयपुर + अलवर | कोटपूतली, बहरोड़, बानसूर, नीमराणा, माढ़ण, पावटा |
3. | खैरथल-तिजारा | अलवर | खैरथल, तिजारा, कोटकासिम, मुंडावर, हरसौली |
4. | ब्यावर | अजमेर + पाली + भीलवाड़ा | ब्यावर, मसूदा, जैतारण, रायपुर, बदनौर |
5. | बालोतरा | बाड़मेर | बालोतरा, सिवाना, बायतु, सिणधरी |
6. | फलौदी | जोधपुर | फलौदी, लोहावट, बाप, आऊ, सेतरावा |
7. | सलूम्बर | उदयपुर | सलूम्बर, लसाड़िया, सेमारी, सराड़ा, झल्लारा |
8. | डीग | भरतपुर | डीग, कामां, सीकरी, नगर, कुम्हेर |
9. | नागौर (यथावत्) | पूर्व से ही था | अपडेट नहीं हुआ |
10. | सांचौर (विलीन) | निरस्त कर दिया गया | – |
❌ निरस्त किए गए 9 जिले
राज्य सरकार ने 29 दिसंबर 2024 को नीचे दिए गए जिलों को रद्द कर दिया और उन्हें पुनः उनके मूल जिलों में समाहित कर दिया:
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दूदू – जयपुर
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शाहपुरा – भीलवाड़ा
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गंगापुर सिटी – सवाई माधोपुर
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नीम का थाना – सीकर
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केकड़ी – अजमेर
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जयपुर ग्रामीण – जयपुर
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जोधपुर ग्रामीण – जोधपुर
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अनूपगढ़ – श्रीगंगानगर
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सांचौर – जालौर
📍 प्रमुख नए जिलों की विशेष जानकारी
🔹 1. डीडवाना-कुचामन
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गठन: नागौर जिले से अलग होकर
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तहसीलें: डीडवाना, कुचामन सिटी, मकराना, नावां, लाडनू, परबतसर
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सीमाएं: जयपुर, सीकर, चूरू, नागौर, अजमेर
गठन: नागौर जिले से अलग होकर
तहसीलें: डीडवाना, कुचामन सिटी, मकराना, नावां, लाडनू, परबतसर
सीमाएं: जयपुर, सीकर, चूरू, नागौर, अजमेर
🔹 2. कोटपूतली-बहरोड़
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गठन: जयपुर व अलवर जिलों से
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तहसीलें: बहरोड़, कोटपूतली, नीमराणा, पावटा, विराटनगर, नारायणपुर
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सीमाएं: अलवर, जयपुर, सीकर, खैरथल-तिजारा
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विशेषता: हरियाणा राज्य की सीमा से सटा अंतर्राज्यीय जिला
गठन: जयपुर व अलवर जिलों से
तहसीलें: बहरोड़, कोटपूतली, नीमराणा, पावटा, विराटनगर, नारायणपुर
सीमाएं: अलवर, जयपुर, सीकर, खैरथल-तिजारा
विशेषता: हरियाणा राज्य की सीमा से सटा अंतर्राज्यीय जिला
🔹 3. खैरथल-तिजारा
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गठन: अलवर जिले से
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तहसीलें: तिजारा, खैरथल, कोटकासिम, मुंडावर, हरसौली
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सीमाएं: कोटपूतली-बहरोड़, अलवर, हरियाणा
गठन: अलवर जिले से
तहसीलें: तिजारा, खैरथल, कोटकासिम, मुंडावर, हरसौली
सीमाएं: कोटपूतली-बहरोड़, अलवर, हरियाणा
🔹 4. ब्यावर
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गठन: अजमेर, पाली, भीलवाड़ा से
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तहसीलें: ब्यावर, टॉडगढ़, जैतारण, रायपुर, मसूदा, बदनौर
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सीमाएं: अजमेर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा
गठन: अजमेर, पाली, भीलवाड़ा से
तहसीलें: ब्यावर, टॉडगढ़, जैतारण, रायपुर, मसूदा, बदनौर
सीमाएं: अजमेर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा
🔹 5. बालोतरा
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गठन: बाड़मेर जिले से
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तहसीलें: बालोतरा, सिवाना, बायतु, सिणधरी
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सीमाएं: जोधपुर, जैसलमेर, जालौर, पाली, बाड़मेर
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विशेषता: 5 जिलों की सीमा से घिरा
गठन: बाड़मेर जिले से
तहसीलें: बालोतरा, सिवाना, बायतु, सिणधरी
सीमाएं: जोधपुर, जैसलमेर, जालौर, पाली, बाड़मेर
विशेषता: 5 जिलों की सीमा से घिरा
🔹 6. फलौदी
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गठन: जोधपुर जिले से
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तहसीलें: फलौदी, लोहावट, बाप, आऊ, सेतरावा
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सीमाएं: बीकानेर, जैसलमेर, नागौर, जोधपुर
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विशेषता: अंतर्राष्ट्रीय सीमा वाला जिला
गठन: जोधपुर जिले से
तहसीलें: फलौदी, लोहावट, बाप, आऊ, सेतरावा
सीमाएं: बीकानेर, जैसलमेर, नागौर, जोधपुर
विशेषता: अंतर्राष्ट्रीय सीमा वाला जिला
🔹 7. सलूम्बर
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गठन: उदयपुर जिले से
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तहसीलें: सलूम्बर, सराड़ा, लसाड़िया, सेमारी, झल्लारा
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सीमाएं: उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़
गठन: उदयपुर जिले से
तहसीलें: सलूम्बर, सराड़ा, लसाड़िया, सेमारी, झल्लारा
सीमाएं: उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़
🔹 8. डीग
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गठन: भरतपुर जिले से
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तहसीलें: डीग, नगर, कुम्हेर, सीकरी, कामां
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सीमाएं: भरतपुर, अलवर
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विशेषता: उत्तरप्रदेश की सीमा से सटा
गठन: भरतपुर जिले से
तहसीलें: डीग, नगर, कुम्हेर, सीकरी, कामां
सीमाएं: भरतपुर, अलवर
विशेषता: उत्तरप्रदेश की सीमा से सटा
📈 नए जिलों से जुड़े फायदे
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प्रशासनिक सुविधा बढ़ी
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स्थानीय जनता की भागीदारी बढ़ी
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राजस्व और योजना कार्यों में तीव्रता
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सामाजिक-आर्थिक विकास को बल
प्रशासनिक सुविधा बढ़ी
स्थानीय जनता की भागीदारी बढ़ी
राजस्व और योजना कार्यों में तीव्रता
सामाजिक-आर्थिक विकास को बल
📌 निष्कर्ष
राजस्थान का प्रशासनिक ढांचा अब पहले से अधिक व्यापक, बेहतर और जनता के लिए सुलभ हो गया है। 41 जिलों और 7 संभागों के साथ यह देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक बन चुका है, जो न केवल भौगोलिक दृष्टि से, बल्कि प्रशासनिक दृष्टि से भी काफी सशक्त हो चुका है।
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